Rahul Gandhi Attack On BJP: देशभर में लगातार बढ़ रही महंगाई कम होने का नाम नहीं ले रही है। आलम ये है कि, भारत में खुदरा महंगाई पिछले 9 साल के सबसे उच्च स्तर पर जा पहुंची है। ऐसे में एक बार फिर से विपक्ष नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने हमलावर रुख अपनाते हुए मोदी सरकार पर कड़ा वार किया है। उन्होंने आज मंगलवार को ट्वीट कर कहा कि, बीजेपी के मुद्दे दंगे और तानाशाही है।
BJP के मुद्दे – दंगा, तानाशाही- Rahul Gandhi
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आज एक बार फिर से महंगाई के मुद्दे पर बीजेपी सरकार को घेरा है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि, ”जनता के मुद्दे – कमाई, महंगाई, BJP के मुद्दे – दंगा, तानाशाही। देश को आगे बढ़ाना है तो भाजपा की नकारात्मक सोच और नफ़रत की राजनीति को हराना है। आओ मिलकर ‘भारत जोड़ो’।” बता दें कि, थोक महंगाई ने अप्रैल 2022 में नया रिकॉर्ड बना दिया।
जनता के मुद्दे – कमाई, महंगाई
BJP के मुद्दे – दंगा, तानाशाहीदेश को आगे बढ़ाना है तो भाजपा की नकारात्मक सोच और नफ़रत की राजनीति को हराना है।
आओ मिलकर ‘भारत जोड़ो’
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) May 17, 2022
यह भी पढ़ें: दिल्ली बुलडोजर एक्शन पर भड़के सीएम केजरीवाल, कहा- ये दादागिरी, गुड़ागर्दी सही नहीं
दहाई आंकड़ो के मुताबिक बढ़ रही देश में महंगाई
सरकारी आंकड़ो के मुताबिक, पिछले महीने थोक महंगाई की दर 15.08 फीसदी रही। वहीं फरवरी 2022 में थोक मूल्य महंगाई दर 13.11 फीसदी रहा था। बता दें कि, थोक महंगाई दर का पिछले पांच महीने का ये उच्चतम स्तर है। इसके पहले जनवरी महीने में महंगाई दर 12.96 फीसदी रही थी। महंगाई दर बीते एक सालों से ज्यादा समय से लगातार दहाई के आंकड़ो में है। बता दें कि, साल भर पहले यानी अप्रैल 2021 में थोक महंगाई की दर 10.74 फीसदी थी।
10 फीसदी बढ़ी महंगाई की दर
वाणिज्य मंत्रालय के अनुसार अप्रैल 2022 के महीने में महंगाई दर बढ़ने का मुख्य कारण पेट्रोलियम नैचुरल गैस, मिनरल ऑयल, बेसिक मेटल्स की कीमतों में तेजी है। गौरतलब है कि, ताजा आकंड़ो के मुताबिक, अप्रैल लगातार 13वां महीना है, जब थोक महंगाई की दर 10 फीसदी से ऊपर है। इससे पहले मार्च महीने में थोक महंगाई की दर 14.55 फीसदी रही थी। समीक्षाधीन माह में खाद्य वस्तुओं की मुद्रास्फीति 8.35 प्रतिशत थी। इस दौरान सब्जियों, गेहूं, फल और आलू की कीमतों में तेज वृद्धि देखी गई थी। ईंधन और बिजली खंड में मुद्रास्फीति 38.66 प्रतिशत थी, जबकि विनिर्मित उत्पादों और तिलहन में यह क्रमशः 10.85 प्रतिशत और 16.10 प्रतिशत थी। कच्चे तेल और प्राकृतिक गैस की मुद्रास्फीति अप्रैल में 69.07 प्रतिशत थी।